"नजर उनके चहरे का दीदार चाहता है "
नजर उनके चेहरे का दीदार चाहता है,
दिल उनसे मिलना एक बार चाहता है ,
मिलके उनसे हाल-ए -दिल बयां कर दूँ ,
उनके लिए ही जिन्दगी फ़ना कर दूँ ,
जिन्दगी ये मौका एक बार चाहता है |
नजर उनके चहरे का दीदार चाहता
हैं दूर हमसे फिर भी उनके लिए वफ़ा है ,
गर दोस्त मानते है तो फिर क्यों वो ख़फा है,
ऐ बादलों के साये तुम उनसे जाके कह दो ,
मेरे आंसुओं का पानी लेके वहां बरस दो ,
कह दो बेचैन दिल मेरा अब करार चाहता |
नजर उनके चहरे का दीदार चाहता है .......
तेरे बदन की वो खुश्बू ,होठों के वो तराने ,
सब याद आ रहे है ,गुजरे हुए ज़माने ,
तेरा वो इठलाना ,इठला के यूँ मचलना ,
मुश्किल के दौर में भी गिरते हुए संभलना,
ऐ महबूब सुन ले मेरी ,एक बात जानेजाना ,
दिल तेरे जैसा कोई हमराह चाहता है ,
नजर तेरे चहरे का दीदार चाहता है .................
नजर तेरे चहरे का दीदार चाहता है...............