क्या हक़ीकत बयां करू मैं ,
क्या हक़ीकत बयां करू मैं ,
क्या दर्दे दिल सुनाऊ ,
तेरी यादों में जी रहा हूँ ,
तेरी यादों में जी रहा हूँ ,
तेरी यादों में मर जाऊ |
है बेपनाह चाहत कैसे यकीं दिलाऊ ,
तेरी यादों से जानेमन ,
मैं दूर कैसे जाऊ ||
इस दर्दे दिल की सिफ़ारिश ,.
दिलबर क़ुबूल कर ले ,
तू लौट आ जिन्दगी में ,
तुझे अपना बनाना चाहूं ||