Wednesday, September 14, 2016

'''तुम्हें डर हैं ना ...'''

तुम्हें डर हैं ना ...
कि अगर तुम मेरी हो गयी तो ,
बाकी रिश्ते छूट जायेंगे ,
माँ-बाप के जो ख्वाब है ,
सब टूट जायेंगे |

तुम्हें डर हैं ना.....
जिन्होंने पाला है तुमको ,
उनपे क्या बीतेगी ?
माँ की आँखे तुम्हे दूर
जाता देखकर ,रो देगी|

तुम्हें डर है ना..
कि अगर तुम मुझे अपना कह लोगी,
तो जमाना क्या कहेगा ?
मुझे बांहों में भर लोगी ,
तो जमाना क्या कहेगा ?

तुम्हें डर है ना...
कि अगर मैं सामने आ जाऊं ,
तो खुद को ,रोक न पाओगी ,
जमाना भूलकर ,
बांहों में मेरी खो जाओगी|

तुम्हें डर है  ना ....
तुम्हें डर है ना ....
(मयंक आर्यन )