'''तुम्हें डर हैं ना ...'''
तुम्हें डर हैं
ना ...
कि अगर तुम मेरी हो गयी तो ,
बाकी रिश्ते छूट
जायेंगे ,
माँ-बाप के जो ख्वाब है ,
सब टूट जायेंगे |
माँ-बाप के जो ख्वाब है ,
सब टूट जायेंगे |
तुम्हें डर हैं
ना.....
जिन्होंने पाला
है तुमको ,
उनपे क्या
बीतेगी ?
माँ की आँखे
तुम्हे दूर
जाता देखकर ,रो
देगी|
तुम्हें डर है
ना..
कि अगर तुम मुझे
अपना कह लोगी,
तो जमाना क्या
कहेगा ?
मुझे बांहों में
भर लोगी ,
तो जमाना क्या
कहेगा ?
तुम्हें डर है
ना...
कि अगर मैं
सामने आ जाऊं ,
तो खुद को ,रोक
न पाओगी ,
जमाना भूलकर ,
बांहों में मेरी
खो जाओगी|
तुम्हें डर
है ना ....
तुम्हें डर है ना ....
(मयंक आर्यन )