Friday, February 27, 2015

my shayri

my shayri

"तेरी यादों ने हमें जिन्दा रखा है ,
वरना मर तो हम उसी दिन गये थे,
जिस रोज तुमने कहा था .....
तुमसे मोहब्बत तो बस मजाक के लिए
किया था ........................................."

Tuesday, February 24, 2015

"माँ "
"जब भी रूठता हूँ खुद से ,वो मुझे मनाती है ,
वो माँ ही है जी मुझे हमेशा समझाती है ,
कैसे चलती है दुनिया ,वो मुझे बताती है ,
वो माँ है जो मुझे सबसे ज्यादा चाहती है |"

"तन्हाईयों में माँ अक्सर, माँ ही याद आती है ,
 होता हूँ जो तुझसे दूर माँ ,मुझे तेरी याद आती है ,
सोचता हूँ अक्सर ,तुम इतनी अनोखी क्यों हो ,
तुम्हे याद करके माँ ,मेरी पलके भींग जाती है |"\
  
"तेरे पास रहना चाहता हूँ मै माँ ,
फिर तेरे हाथो से खाना चाहता हूँ मैं माँ ,
मई तेरा ही अंश हूँ ,ये तस्वीर नजरे दिखाती है ,
ऐ ! माँ सुनो ना ,, तुम्हारी याद हमेशा आती है .."



"विहग गण पूछते हमसे बताओ बात कैसी है.
बहुत मचले  हो तुम दिन को, सहज अब रात कैसी है ,
निखर है चांदनी फिर भी , हो मायूस इतना क्यों?
लिए परियों सी सुन्दरता तुम्हारी चाँद कैसी है ...."




                                               
                                                                   
           
 










Friday, February 13, 2015

बरस रहा है आसमां ,तेरी याद आ रही है,
गुजारे हुए संग पल की ,सब बात आ रही है,
भींगा हुआ हैं मौसम ओर सर्द है हवाएं ,
ऐसे में आ भी जाओ ,तेरी याद आ रही है |


तन्हाईयाँ हैं फिर से ,खामोश है सितारे ,
कुछ कह रहे हैं हमसे ,जुगनुओं के झुण्ड सारे ,
मचल रहे है अरमां ,दिल की पुकार सुन लो ,
आके गले लगाओ ,तेरी याद आ रही है ,,


"साफिर  हूँ प्रेम का ,मेरी मंजिल नही ,
मेरे दिल  का पता मुझको हासिल नही ,
प्रेम में हो विवश ,तुझको ढूंढता हूँ  मैं ,
तुझको पाया मगर ,तू मुझको हासिल  नहीं |"